उत्तराखंड में दिल्ली के निर्भया जैसा एक कांड सामने आने के बाद प्रशासन सख्त है। बस के अंदर किशोरी से दुष्कर्म के मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने एसआइटी टीम का गठन कर उसे जांच की जिम्मेदारी सौंप दी है। यह टीम एसपी सिटी प्रमोद कुमार की देखरेखमें काम करेगी। एसआइटी दिल्ली से लेकर देहरादून तक पूरे रूट की फुटेज भी खंगालेगी।
जागरण संवाददाता, देहरादून। आइएसबीटी में बस के अंदर किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले की विस्तृत विवेचना के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने एसआइटी गठित कर दी है। एसपी सिटी प्रमोद कुमार की देखरेख में दो सीओ, दो निरीक्षक, दो महिला दारोगा और एक फील्ड यूनिट के दारोगा को एसआइटी में शामिल किया गया है। एसआइटी पूरी घटना की जमीनी स्तर पर जांच कर रिपोर्ट तैयार करेगी।
एसआइटी दिल्ली से लेकर देहरादून तक पूरे रूट की फुटेज भी खंगालेगी। उधर, किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के पांचों आरोपित तीन चालक, परिचालक व कैशियर को पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से पांचों आरोपितों को जेल भेज दिया है।
आरोपितों को न्यायाधीश के समक्ष किया जाएगा पेश
मंगलवार को दोबारा आरोपितों को रेगुलर न्यायाधीश के समक्ष पेश किया जाएगा। आरोपितों की तरफ से कोई भी अधिवक्ता कोर्ट के समक्ष पेश नहीं हुआ। 12 अगस्त की देर रात दिल्ली से देहरादून पहुंची किशोरी के साथ आरोपितों ने आइएसबीटी में बस के अंदर सामूहिक दुष्कर्म किया था। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की काउंसलिंग के बाद 17 अगस्त को यह मामला पुलिस के पास पहुंचा।
18 अगस्त को पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने इस मामले में आरोपित धर्मेंद्र कुमार निवासी ग्राम बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला (चालक), देवेंद्र निवासी चुड़ियाला, भगवानपुर हरिद्वार (परिचालक), रवि कुमार निवासी ग्राम सिला थाना नवाबगंज जिला फर्रुखाबाद (चालक), राजपाल राणा निवासी बंजारावाला ग्रांट थाना बुग्गावाला हरिद्वार (चालक) और राजेश कुमार सोनकर निवासी माजरा पटेलनगर (कैशियर) को गिरफ्तार कर लिया।