DIG मेरठ कलानिधि नैथानी ने मेरठ की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था का लिया जायजा

डीआईजी मेरठ कलानिधि नैथानी ने शनिवार को जनपद मेरठ की सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने जनपद की ITMS (इंटेलीजेन्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) व्यवस्था की कार्य दक्षता एवं इंफ्रास्ट्रक्चर का आकलन किया। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ, पुलिस अधीक्षक नगर एवं यातायात सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

इस दौरान डीआईजी ने ऑटोमैटिक नम्बर प्लेट रीडर सॉफ्टवेयर को अपग्रेड कर ITMS सिस्टम के माध्यम से फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर रोड पर चलने वाले वाहन चालकों के वाहनों को चिन्हित कर मोटर वाहन अधिनियम एवं बीएनएस के तहत आवश्यक वैद्यानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। भविष्य में ICCC (इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर) प्रस्तावित है उसके अन्तर्गत कहां कहां अतिरिक्त कैमरे लगवाये जाने है, विशेष तौर से दिल्ली रोड, बागपत रोड, रोहटा रोड, लिसाढी रोड, सरधना रोड, दौराला रोड व अन्य को अच्छे से परिवहन विभाग व नगर निगम के साथ मिलकर प्लानिंग कर लिया जाये जिससे यातायात व्यवस्था सुगम व सुचारू की जा सके।
जनपद के प्रमुख चौराहों पर जाम की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए चौराहों पर अनाधिकृत रूप से खड़े होने वाले वाहनों को चौराहों पर लगे लाउडस्पीकर (पी०ए० सिस्टम) का प्रयोग कर हटवाया जाये तथा चौराहे पर डियूटी में लगे यातायात पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर अनाधिकृत रूप से अस्त व्यस्त खडे होने वाले वाहनों के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

अपराधियों द्वारा अपराध में प्रयुक्त किये जाने वाले वाहन, चोरी हुए वाहन एवं लूटे हुए वाहन आदि का डाटा जनपदीय पुलिस की अपराध शाखा एवं जिला अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो से समन्वय स्थापित कर एकत्रित कर लिया जाये तथा ऐसे वाहनों को सॉफ्टवेयर से चिन्हित कर ITMS सिस्टम अपने एलर्ट मोड पर रखेंगे। रियल टाइम लोकेशन को सम्बन्धित थानों से साझा कर वाहनों की धरपकड़ / बरामदगी कराने के निर्देश दिये गये। ITMS कन्ट्रोल रूम का जनपदीय यातायात पुलिस, आरटीओं कार्यालय से समन्वय स्थापित कर जनपद में पंजीकृत समस्त वाहनों का डाटा एकत्रित करके यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की पहचान कर आवश्यक वैद्यानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। इससे दो पहिया वाहन पर चार पहिया वाहन का नंबर डालने वाले और चार पहिया वाहन पर दो पहिया वाहन का नंबर डालने वाले के विरुद्ध भी आसानी से कार्रवाई की जा सकेगी।

डीआईजी मेरठ ने बताया कि चोरी/लूट में प्रयोग किये गये वाहनों की बरामदगी हेतु ITMS सिस्टम से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज, रियल टाइम लोकेशन के डाटा का प्रयोग किया जाये, इस प्रकार के वाहनों को चौराहे पर देखते ही चिन्हित करते हुये अगले चौराहे पर गाडी को थाना पुलिस, यातायात पुलिस, यू०पी०-112 की मदद से जब्त कर लिया जाये। लाइव बैकअप की स्टोरेज बढाने एवं ITMS सिस्टम के माध्यम से प्राप्त फुटेज, वीडियो क्लिप, रियल टाइम लोकेशन का डाटा विवेचकगण द्वारा विवेचना में साक्ष्य के रूप में अपराधियों के विरूद्ध प्रयोग किये जाने के निर्देश दिये गये। यदि किसी व्यक्ति का सामान ऑटो, टेंपो, टैक्सी में छूट जाए तो कंट्रोल रूम के माध्यम से तत्परता से उसको वापस दिलाने में मदद की जाए इसके लिए यू०पी०-112 से ITMS को जोड़ा जाए। यातायात नियमों का बार-बार उल्लंघन करने वाले वाहन चालको पर प्रभावी कार्यवाही कर उनके ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन/निरस्तीकरण की कार्यवाही की जाए।