हरिद्वार के राजकीय मेडिकल कॉलेज को पीपीपी मोड पर देने का विरोध, स्टूडेंटस धरने पर बैठे

हरिद्वार में लक्सर रोड पर बनाए गए राजकीय मेडिकल कॉलेज को पीपीपी मोड पर एक एजुकेशनल संस्था को देने की जानकारी सामने आने के बाद कॉलेज में पढ़ रहे सभी स्टूडेंटस धरना देकर बैठ गए। स्टूडेंटस ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि कॉलेज को पीपीपी मोड में दिया तो वह अनशन पर बैठने से भी परहेज नहीं करेंगे।

बतादें जिस जमीन पर मेडिकल कॉलेज बना है वह जमीन निगम ने सरकार को दी थी। करीब 500 बीघा जमीन पर बन रहे इस मेडिकल कॉलेज पर 638 करोड़ रूपये निर्माण पर खर्च हो रहे हैं। इस मेडिकल कॉलेज को अब ट्रस्ट को पी०पी०पी० मोड पर देकर उत्तराखंड सरकार कटघरे में खड़ी हो गई है। कालेज के छात्रों ने विरोध में मेडिकल कॉलेज में नारेबाजी, धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

कॉलेज के छात्रों का कहना है कि निजीकरण किसी भी हाल में नहीं होने दिया जाएगा। यदि कॉलेज का निजीकरण हुआ तो उनका तो भविष्य ही चौपट हो जाएगा। उन्होंने कई साल की मेहनत के बाद सरकारी कॉलेज में सीट हासिल की थी। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि जब तक सरकार अपने इस फैसले को वापस नहीं लेती उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। म​मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ रंगील सिंह रैना का कहना है कि उनके पास इस संंबंध में अभी तक कोई अधिकारिक सूचना नहीं है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेज से ही जानकारी मिल रही है कि सरकार ने मेडिकल कॉलेज को पीपीपी मोड पर दे दिया है।