बदरीनाथ के कपाट बंद होने के साथ चारधाम यात्रा संपन्न, इस बार श्रद्धालुओं का आंकड़ा पहुंचा 46 लाख के पार

रविवार को भू वैकुंठ बदीरनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा सीजन 2024 के लिए संपन्न हो गई. इस साल बदरीनाथ और केदारनाथ धाम 30 लाख से भी ज्यादा तीर्थयात्री पहुंचे. चारों धामों की बात करें तो इस यात्रा सीजन 4,617,445 (46 लाख 17 हजार 445) श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किए.

त्तराखंड की साल 2024 की चारधाम यात्रा पूरी हो गई है. अब अगले साल अप्रैल मई में चारधाम यात्रा शुरू होगी. सबसे आखिर में रविवार 17 नवंबर को उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट बंद हुए. इसके साथ ही साल 2024 की उत्तराखंड की चारधाम यात्रा भी पूरी तरह संपन्न हो गई.

इस बार यात्रा सीजन 2024 मई महीने में शुरू हुआ था. 10 मई 2024 को चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुले थे. 12 मई से 17 नवंबर तक कुल 14,35,341 (14 लाख 35 हजार 341) तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम के दर्शन करने पहुंचे. केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई को खुले थे. 10 मई से 3 नवंबर को कपाट बंद होने तक 16,52,076 (16 लाख 52 हजार 76) तीर्थयात्री केदारनाथ धाम के दर्शन करने पहुंचे.

इस यात्रा सीजन उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री धाम के कपाट 10 मई को खोले गए थे. धाम के कपाट 2 नवंबर को सबसे पहले बंद हुए. इस यात्रा सीजन में 8,15,273 श्रद्धालुओं ने गंगोत्री धाम के दर्शन किए. इनमें 4,76,778 पुरुष, 3,24,973 महिलाएं और 13,522 बच्चे दर्शनार्थी थे. यमुनोत्री धाम के कपाट भी गंगोत्री और केदारनाथ धाम के साथ 10 मई को खुले थे. केदारनाथ धाम के साथ ही 3 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हुए. यात्रा सीजन 2024 में कुल 7,14,755 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम आकर मां यमुना के दर्शन कर सुखी समृद्ध जीवन की कामना की. इन श्रद्धालुओं में कुल 3,82,538 पुरुष और 3,16,719महिलाओं के साथ 15,498 बच्चे शामिल थे.

चारधाम यात्रा 10 मई को शुरू हुई थी. उसी दिन गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुले थे. बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खुले थे. इस बार के यात्रा सीजन के शुरुआत से ही श्रद्धालुओं का चारधाम यात्रा के लिए अपार उत्साह दिखाई दिया था. हालांकि जुलाई के महीने में आई आपदा ने केदारनाथ यात्रा को काफी प्रभावित किया. इसके बावजूद 16 लाख से ज्यादा श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन को पहुंचे.

उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा इस बार बारिश और प्राकृतिक आपदा के कारण कम दिन चली. पिछले साल चारधाम यात्रा कुल 205 दिन चली थी. इस साल बारिश-प्राकृतिक आपदा के कारण यात्रा सिर्फ 153 दिन ही चल सकी थी. अगर प्रतिदिन के औसत की गणना करें तो इस बार रोजाना 31,372 तीर्थयात्रियों ने चारधाम के दर्शन किए. पिछले साल ज्यादा दिन के बावजूद प्रतिदिन यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं का औसत 26,743 था. अगर आंकड़ों की बात करें और इस साल भी चारधाम तीर्थयात्रा बेरोकटोक 205 दिन चलती तो दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा भी 64 लाख को पार कर जाता, जो नया रिकॉर्ड बनता.