हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को लोकसभा में गंगा समेत अन्य नदियों में हो रहे अवैध खनन के मुद्दे को उठाया। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि माफियाओं द्वारा अवैज्ञानिक तरीके से नदियों को खोदा जा रहा है। इसे जल स्त्रोत प्रभावित हो रहे हैं। साथ ही गंगा से लगे किसानों के खेत भी इस कारण प्रभावित हो रहे हैं। पानी का तल नीचे जाने से किसानों को नुकसान हो रहा है। इस मामले में संदन का ध्यान आकर्षित करते हुए उन्होंने उचित कार्रवाई किये जाने की मांग की।
सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत संसद में आपदा प्रबंधन संसोधन बिल पर अपनी बात रख रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले साल हुई भारी बरसात में हरिद्वार जनपद में फसलों को भारी नुकसान हुआ है। जनपद में गन्ने की 60 प्रतिशत फसल को नुकसान पहुंचा। जिस कारण जनपद की तीनों चीनों मिलों को मात्र 40 प्रतिशत ही गन्ना मिल सका। ऐसा नुकसान आपदा में हर साल होता है, जनप्रतिनिधियों को भी इस मामले में ग्रामीणों की भारी नाराजगी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जनपद हरिद्वार में आपदा से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए गंगा और सोनाली नदी के सुरक्षा तटों को बांधना जरूरी है।
बतादें हरिद्वार में गंगा में हो रहे अवैध खनन को लेकर मातृसदन लगातार अपना विरोध दर्ज करा रहा है। पिछले चार दिन से मातृसदन का एक साधक अनशन पर भी बैठा है। मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद का आरोप है कि गंगा में निमय विरूद्ध खनन हो रहा है। माननीय न्यायालय ने गंगा में खनन पर रोक लगा रखी है लेकिन यहां रिवर ड्रेजिंग के नाम पर गैरकानूनी तरीके से गंगा को खोद कर खनन किया जा रहा है।