डीएवी फर्टिलाइजर पब्लिक स्कूल बबराला में संस्कृत सप्ताह महोत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया। इस समारोह में कक्षा 5 से लेकर 8 तक के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में प्रतिभाग किया।
संस्कृत सप्ताह महोत्सव का शुभारंभ विद्यालय के प्राचार्य श्री आनंद स्वरूप सारस्वत ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। प्रार्थना सभा भी संस्कृत में ही संपन्न हुई जिसमें सरस्वती वंदना, सुविचार, संस्कृत- वार्ता, वैदिक मंत्रों का सस्वर गायन तथा मंच संचालन भी संस्कृत भाषा में ही किया गया। छात्रों द्वारा वाद्य यंत्रों के माध्यम से संस्कृत गीत ‘कालिदासो जने-जने, कंठे-कंठे संस्कृतम्’ की मनमोहक प्रस्तुति दी गई।
जिससे संपूर्ण सभागार करतल ध्वनि से गुंजायमान हो गया। इस महोत्सव के समापन अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री आनंद स्वरूप सारस्वत ने कहा संस्कृत विश्व की प्राचीनतम भाषा है।यह अत्यंत सरल, मधुर तथा वैज्ञानिक भाषा है। संस्कृत भाषा संस्कार देने वाली भाषा भी है। यह भाषा हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। हमें अपनी भारतीय भाषाओं पर गर्व होना चाहिए और इन्हें अवश्य सीखना चाहिए। इस अवसर पर विद्यालय के समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।