उत्तराखंड में इस समय दो बड़े नेताओं के बीच खूब जुबानी जंग चल रही है। और ये दोनों बड़े नेता हैं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और मौजूदा कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल। कुछ दिन पूर्व हरीश रावत ने एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि जब वो मुख्यमंत्री थे तो उस समय अगर उनकी सरकार नही गिराई जाती तो हम गैरसैंण को स्थाई राजधानी बना देते।
आगे हरीश रावत ने कहा कि हमने पूरी तैयारी कर दी थी लेकिन राज्यपाल ने हमारी फाइल रोक दी साथ ही कुछ विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी… और इसी वजह से हम गैरसैंण को स्थाई राजधानी नही बना पाए… हरीश रावत के इस बयान के बाद उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री और हरीश रावत जब सीएम थे उस समय के कांग्रेस विधायक सुबोध उनियाल ने कहा कि हरीश रावत जो कह रहे हैं वो गलत है इस समय कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद फिर से 7 महीने सरकार चली तब क्यों नहीं हरीशबरावत ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी बना दिया… वही उनियाल का यह बयान जैसे ही सामने आया तो हरीश रावत ने सुबोध उनियाल को लेकर एक बड़ा बयान दिया उन्होंने कहा कि सुबोध उनियाल को सब कुछ पता था… इसीलिए उन्होंने हमारी सरकार को अस्थिर किया ताकि हम यह सब नहीं कर सके… इसके साथ ही उन्होंने सुबोध उनियाल को महा पापी बल्द यानी बैल बता डाला है.. उन्होंने कहा कि मै सोचता था कि यह उजाडु बैल है…लेकिन अब मैं कह रहा हूं कि यह महा पापी बैल हैं।
अब हरीश रावत का यह बयान जैसे ही सामने आया तो इसपर एक बार फिर से सुबोध उनियाल ने पलट वार किया है… और हरीश रावत के बयान पर कहा कि यह हमेशा देखने को मिलता है की बढ़ती उम्र का दुष्प्रभाव पड़ता है और हरीश रावत के दिमाग पर भी बढ़ती उम्र का दुष्प्रभाव पड़ने लगा है… आगे सुबोध उनियाल ने कहा कि अगर बैल नहीं होते तो खेती नहीं होती वह तो अच्छा है कि अब टेक्नोलॉजी आ गई है लेकिन हरीश रावत तो नंदी बैल है जो किसी काम के नहीं है। नंदी बैल किसी काम का नहीं होता है। इस लिए मैंने हरीश रावत को कई बार सलाह दी है कि आपने इस जन्म में तो बहुत पाप कर लिए हैं अब आप संन्यास लेकर भगवान की शरण में जाइये।